hyderabad growth rate:हैदराबाद बना सबसे तेजी से बढ़ने वाला टॉप 1 शहर, जानें दिल्ली और मुंबई का क्या हाल है।

hyderabad growth rate
हैदराबाद बना सबसे तेजी से बढ़ने वाला शहर

hyderabad growth rate अच्छी कैसे ?

हैदराबाद को रियल एस्टेट के शानदार प्रदर्शन का फायदा मिला। साथ ही, यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर लगातार बेहतर हो रहा है और अमीर परिवारों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। पिछले 10 सालों में, शहर में रिहायशी प्रोजेक्ट्स (Residential Projects) की संख्या हर साल 10% बढ़ी है।

अन्य शहरों की रैंकिंग क्या है ?

  1. बैंगलुरू: दूसरे स्थान पर है और सोशियोइकोनॉमिक परफॉर्मेंस में सबसे ऊपर रहा है। यहां का बिजनेस माहौल बहुत मजबूत है।
  2. मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR): तीसरे स्थान पर है। यह शहर देश की फाइनेंशियल कैपिटल (आर्थिक राजधानी) के रूप में अपनी पहचान बनाए हुए है।
  3. दिल्ली-नेशनल कैपिटल रीजन (NCR): चौथे स्थान पर है। यहां इंफ्रास्ट्रक्चर और गवर्नेंस के मामले में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया गया है।
  4. अहमदाबाद: पांचवे स्थान पर है।
  5. चेन्नई: छठे स्थान पर है।

दिल्ली और मुंबई पर नजर

दिल्ली-एनसीआर और मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन का प्लानिंग मॉडल थोड़ा अलग है।

  • दिल्ली-एनसीआर: इसमें दिल्ली के साथ हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्से जैसे गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद शामिल हैं। यहां कनेक्टिविटी बेहतर करने और राजधानी का बोझ कम करने के लिए बड़े स्तर पर प्लानिंग होती है।
  • मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन: इसमें मुंबई के साथ आसपास के कस्बे और उपनगर भी आते हैं। इसका उद्देश्य मुंबई पर काम का दबाव कम करना है।

बैंगलुरू की सफलता का कारण

बैंगलुरू को बिजनेस का हब माना जाता है। यहां का बिजनेस इकोसिस्टम (व्यवसाय का माहौल) बहुत मजबूत है, जिससे नए आइडियाज और कारोबार तेजी से बढ़ रहे हैं।

मुंबई का ठिक-ठाक प्रदर्शन

मुंबई ने हर पैमाने पर स्थिर सुधार दिखाया है। यह शहर देश का फाइनेंशियल हब होने की अपनी छवि को बनाए रखने में सफल रहा है।

हैदराबाद: स्वच्छता और पर्यटन का अनोखा संगम

हैदराबाद, जिसे “नवाबों का शहर” भी कहा जाता है, भारत के सबसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों में से एक है। यह न केवल अपने ऐतिहासिक स्थलों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण में भी एक नई पहचान बना रहा है।

शहर में स्वच्छताकायम रखने के लिए ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (GHMC) ने कई पहल शुरू की हैं। कचरा प्रबंधन के लिए आधुनिक तकनिकी का उपयोग हो रहा है, और स्वच्छ भारत मिशन के तहत कचरा अलग-अलग करने की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। जगह-जगह कचरा पात्र और पुनर्चक्रण केंद्र लगाए गए हैं। इसके अलावा, हरित क्षेत्र बढ़ाने और प्रदूषण कम करने के लिए बड़े स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाए जा रहे हैं।

पर्यटन की बात करें तो हैदराबाद में चारमीनार, गोलकोंडा किला, सालारजंग म्यूजियम और हुसैन सागर झील जैसे प्रमुख आकर्षण हैं। यहां का रामोजी फिल्म सिटी, दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो है, जो पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है। इसके अलावा, शहर के आधुनिक कैफे, आईटी पार्क और खरीदारी के केंद्र भी लोगों को लुभाते हैं।

हैदराबाद की कोशिशें साफ-सफाई और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ-साथ इसकी पर्यटन अपील को भी मजबूत करती हैं। नवाबों के इतिहास से सजी इस धरती पर स्वच्छता और पर्यटन का यह अनूठा संगम इसे भारत के सबसे खूबसूरत और आकर्षक शहरों में से एक बनाता है।

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