adani 530 bf solar:अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी पर अमेरिका में भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के आरोप तय किए

adani 530 bf solar:अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा बुधवार, 20 नवंबर को अदाणी और सात अन्य लोगों के खिलाफ आरोप लगाया गया। इनमें अदाणी भतीजे सागर अदाणी का नाम भी है। इन सभी पर भारत में सोलर एनर्जी परियोजनाओं के टेण्डर हासिल करने के लिए 26.5 करोड़ डॉलर (लगभग 2,200 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने का आरोप है

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अदाणी ग्रुप ने इस घूसखोरी की जानकारी छिपाकर अमेरिकी निवेशकों से 3 अरब डॉलर यानी करीब 24,000 करोड़ रुपये का लोन और बॉन्ड जुटाए

अदाणी ग्रुप पर लगे आरोपो में नया मोड़ तब आया जब समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक- अदाणी ग्रुप पर लगे आरोपों पर SOLAR ENERGY CORP (SECI) के हेड का बयान आया है. SECI-Solar Energy Corporation of India की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अदाणी ग्रुप मामले में जांच का कोई आधार नहीं है।

US कोर्ट की ओर से रिश्वत संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिले है जिससे Solar Energy Corporation of India के किसी नियम का उल्लंघन हुआ है ,ये स्पष्ट नहीं है

आरोप है कि अदाणी ग्रुप ने इस घूसखोरी की जानकारी छिपाकर अमेरिकी निवेशकों से 3 अरब डॉलर यानी करीब 24,000 करोड़ रुपये का लोन और बॉन्ड जुटाए। अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, कुछ लोग गौतम अदाणी को कोड नेम “नंबरो उनो” और “द बिग मैन” कहकर बुलाते थे।

वहीं, सागर अदाणी पर आरोप है कि उन्होंने अपने मोबाइल फोन से घूस से जुड़े लेनदेन की निगरानी की है। यह पूरा मामला अमेरिका में विदेशी भ्रष्टाचार रोधि कानून के तहत दर्ज किया गया है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घूसखोरी को रोकने वाला कानून है. दोषी पाए जाने पर आरोपियों को कड़ी सजा हो सकती है.

adanigroup की सफाई

अदाणी ग्रुप की ओर से इस मामले में सफाई आई है, ग्रुप का कहना है कि हम सभी कानूनी नियमों का पालन हमेशा करते है और करते रहेंगे। मामले में संभावित कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। कंपनी पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद है। US कोर्ट में लगे आरोप आधारहीन है

अदाणी ग्रुप की सफाई- अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा है कि अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग द्वारा अदाणी ग्रीन के डायरेक्टर्स के खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। हम इनको नकारते है, जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग ने खुद कहा है, अभियोग में लगाए गए ये आरोप हैं और जब तक दोषी साबित नहीं हो जाते, तब तक निर्दोष माना जाता है।

सभी संभव कानूनी उपाय किए जाएंगे। अदाणी समूह ने हमेशा अपने ऑपरेशन को चलाने के लिए तय अधिकार क्षेत्र में काम किया है। ग्रुप हमेशा पारदर्शिता और नियमों का पालन करता है। हम अपने स्टेकहोल्डर्स , भागीदारों और कर्मचारियों को आश्वस्त करते हैं कि हम एक कानून का पालन करने वाला संगठन हैं,जो सभी कानूनों का पूरी तरह से पालन करता है।

adani group पर पहले भी अमेरिका द्वारा आरोप लगाए गए

यह मामला अदाणी ग्रुप के लिए एक और बड़ा झटका है। जनवरी 2023 में अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने अदाणी ग्रुप पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया था।

इसके बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में लगभग 150 अरब डॉलर (लगभग 12 लाख करोड़ रुपये) की गिरावट आई थी. अदाणी ग्रुप ने उन आरोपों को “झूठ और बेबुनियाद” बताया था। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने गौतम अदाणी, सागर अदाणी और कबेनेस पर धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में अलग से सिविल केस भी दर्ज किया है।

एसईसी ने कहा कि अदाणी ग्रीन एनर्जी ने निवेशकों को गलत जानकारी दी कि कंपनी में मजबूत एंटी-करप्शन पॉलिसी है और मैनेजमेंट घूसखोरी में शामिल नहीं है।

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