2025 महाकुंभ में पहली बार टीथर्ड ड्रोन तैनात, चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए।

महाकुंभ में पहली बार टीथर्ड ड्रोन तैनात: महाकुंभ मेला, जिसे संसार का सबसे बड़ा धार्मिक समागम कहा जाता है, हर 12 वर्षों पर प्रयागराज (पहले इलाहाबाद) में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम पर आयोजित होता है। 2025 में होने वाला महाकुंभ इस ऐतिहासिक और आध्यात्मिक घटना का एक और अध्याय होगा, जिसकी तैयारियाँ पूरे जोर-शोर से भारतीय प्रशासन और स्थानीय समुदाय द्वारा की जा रही हैं।

महाकुंभ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2,750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी करेगी। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं।

महाकुंभ में पहली बार टीथर्ड ड्रोन तैनात

महाकुंभ में पहली बार चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किए गए हैं। हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की क्षमता वाले इस हाई सिक्योरिटी टीथर्ड ड्रोन की नजर से किसी का भी बच पाना नामुमकिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए यह अत्याधुनिक उपकरण महाकुंभनगर में लगाया गया है। महाकुंभनगर के एसएसपी ने इसकी निगरानी के लिए एक एक्सपर्ट टीम तैनात कर दी है।

महाकुंभ में पहली बार टीथर्ड ड्रोन तैनात, पलक झपकते ही हो जाएगा अलर्ट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस कार्मिकों को संबोधित करते हुए महाकुंभ की सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर उनके साथ विस्तृत चर्चा की है। केंद्र सरकार ने भी महाकुंभ के आयोजन के लिए 2,100 करोड़ रुपये की विशेष अनुदान सहायता राशि प्रदान की है

महाकुंभनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने इसे पलक झपकते ही अलर्ट मोड में आ जाने वाला नायाब उपकरण बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि इस बार के महाकुंभ को अविस्मरणीय बनाया जाए, जिसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक किया जा रहा है। इस टीथर्ड ड्रोन में हाई रिजॉल्यूशन इमेज, वीडियो और सेंसर डेटा एकत्र करने की अद्भुत क्षमता है। डेटा ट्रांसमिशन के लिए यह बेहद सुरक्षित है और ऊंचाई से महाकुंभनगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियां कैप्चर करने में इसे महारत हासिल है।

महाकुंभनगर की पुलिस के लिए टीथर्ड ड्रोन तीसरी आंख का काम कर रहा है। इससे बच पाना किसी के लिए भी नामुमकिन है। इसके जरिए संगम तट के अलावा अत्यधिक भीड़भाड़ वाले घाटों और प्रमुख स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसके अलावा मंदिरों और अन्य प्रमुख स्थलों पर नजर रखने के लिए हाई रिजॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपकरण को तैनात कर दिया गया है, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं से संबंधित अलर्ट अफसरों को जारी कर रहे हैं।

सीसीटीवी कैमरों से निगरानी

महाकुंभ के दौरान पुलिस पूरे मेला क्षेत्र में 2,750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी करेगी। इसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे भी शामिल हैं। एसएसपी महाकुंभनगर राजेश द्विवेदी के अनुसार, इस बार महाकुंभनगर में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरूप सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाए रखने और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए हर अधिकारी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।

महाकुंभनगर की महत्ता को ध्यान में रखते हुए इस बार टीथर्ड ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह एक विशेष प्रकार के कैमरे होते हैं। इन कैमरों को एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर एक निश्चित ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। महाकुंभनगर में इन्हें ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किया जा रहा है। यहीं से ये पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख रहे हैं। इन्हें बार-बार उतारना भी नहीं पड़ेगा और ये पूरे मेला क्षेत्र पर अपनी पैनी नजर से निगरानी करने में सक्षम हैं।

टीथर्ड ड्रोन की मदद से कंट्रोल रूम को मेला क्षेत्र की हर एक महत्वपूर्ण फुटेज प्राप्त हो सकेगी। इसके माध्यम से अत्यधिक भीड़भाड़ वाले स्थानों को चिह्नित कर वहां तत्काल पुलिस का प्रबंध किया जा सकता है। वहीं, किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकती है। हाई रिजॉल्यूशन के कारण ये कैमरे बहुत दूर तक देख पाने में सक्षम हैं।

(यह कहानी आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है।)

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